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दीया-कैंडल जलाने से पहले सैनेटाइजर का इस्तेमाल न करें, सांस के मरीज इन्हेलर साथ रखें; दिवाली में ये 5 बातें याद रखें


दिवाली मनाने जा रहे हैं तो दो बातें पहले समझ लें। पहली, कई रिसर्च में यह साबित हुआ है कि एयर पॉल्यूशन कोरोना के खतरे को बढ़ाता है। दूसरा, इस समय हवा में पाल्यूशन का लेवल काफी अधिक बढ़ जाता है। जो सीधे तौर पर फेफड़ों पर बुरा असर छोड़ता है। इसलिए दिवाली को सेलिब्रेट करें लेकिन कोविड-19 और एयर पॉल्यूशन के बीच कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें। एक्सपर्ट से जानिए क्या करें और क्या न करें...

5 पॉइंट्स : कोविड-19 और वायु प्रदूषण के बीच ऐसे मनाएं सुरक्षित दिवाली

1. दीया या मोमबत्ती जलाने से पहले सैनेटाइज़र का इस्तेमाल न करें
इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटलस, नई दिल्ली के सीनियर पल्मोनोलोजिस्ट डॉ. राजेश चावला कहते हैं, दीया या मोमबत्ती जलाने से पहले अल्कोहल युक्त सैनेटाइजर का प्रयोग बिल्कुल न करें। यह आग पकड़ सकता है और दुर्घटना हो सकती है। सैनेटाइजर लगाने के 15 से 20 मिनट बाद ही आग से जुड़े काम करें। बेहतर होगा कि सैनेटाइजर की जगह साबुन और पानी का इस्तेमाल करें।

2. एयर पॉल्यूशन के ये साइडइफेक्ट नजरअंदाज न करें
एयर पॉल्यूशन कई तरह से शरीर पर बुरा असर छोड़ता है। सांस के रोग जैसे सीओपीडी, ब्रॉन्कियल अस्थमा के लक्षण गंभीर होने लगते हैं। थकान, सिरदर्द के अलावा आंख, नाक और गले में जलन हो सकती है। कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर बुरा असर होता है। ऐसे लक्षण दिखने पर फिजिशियन की सलाह लें।

3. आंखों का विशेष ख्याल रखें

आई एक्सपर्ट डॉ. संदीप बुटन कहते हैं, एयर पॉल्यूशन और पटाखे के धुएं से आंखों से पानी आना, लाल हो जाना और खुजली जैसे लक्षण दिख सकते हैं। धुंधला दिखना या कम दिखने की तकलीफ हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एयर पॉल्यूशन में मौजूद रसायनों का सीधा असर आंसुओं के बनने की क्षमता पर पड़ता है।

बेहतर होगा कि जिन जगहों पर पॉल्यूशन और डस्ट अधिक है वहां जाने से बचें। अगर जाना जरूरी है तो चश्मा लगाएं और वापस लौटने के बाद आंखों को सादे पानी से धोएं। कुछ आई ड्रॉप्स भी पॉल्यूशन का असर घटाते हैं, इसे एक्सपर्ट की सलाह से ले सकते हैं।

4. ये सावधानियां एयर पाल्यूशन के असर को कम करेंगी

  • घर का वेंटिलेशन न बिगड़ने दें। बीच-बीच में घर की खिड़कियां खोल दें, ताकि ताज़ी हवा आती रहे।
  • एहतियात के तौर पर मास्क जरूर पहनें। ये कोरोना के साथ प्रदूषण के असर को भी कुछ हद बचाने का काम करेगा।
  • आंखों में जलन या खुजली होने पर रगड़ें नहीं। पानी से छीटें मारकर आंखों को धोएं।
  • सुबह और शाम को पॉल्यूशन अधिक होता है इसलिए खुले में एक्सरसाइज करने की जगह कमरे ही करें तो बेहतर है।

5. इम्युनिटी बढ़ाने वाली डाइट लें
त्योहार के दौरान बनने वाले पकवानों को एंजॉय करें लेकिन डाइट में विटामिन-सी, मैग्नीशियम और ओमेगा फैटी एसिड्स से युक्त चीजों को शामिल करें। ये रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाएंगे। इसके लिए मौसमी, संतरा, ड्राय फ्रूट्स ले सकते हैं।

6. अपने साथ इन्हेलर और दवाएं लें
सांस के रोगी खासतौर पर अपने साथ इन्हेलर और जरूरी दवाएं जरूरी रखें। इसके अलावा ऐसे मरीज़ जो कोविड-19 से ठीक हुए हैं और जिन्हें सांस की समस्याएं हैं वो घर में ही दिवाली सेलिब्रेट करें तो ज्यादा बेहतर है।

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